Jammu Me Ghumne ke sthaan
जब गर्मी का मौसम होता है, चिलचिलाती धूप में लोग, ठंडा स्थान की ओर घूमने के लिए जाना पसंद करते हैं।
जब गर्मी का मौसम होता है, चिलचिलाती धूप में लोग, ठंडा स्थान की ओर घूमने के लिए जाना पसंद करते हैं।
पर्यटन करने वाले लोग ऐसी जगह को सुनते हैं, जहां ठंडी हो, हरा-भरा और पहाड़ी इलाका हो, ऐसा ही जम्मू का इलाका है।
जम्मू की बात की जाए, तो यहां पर बर्फ से ढके हुए चारों तरफ पहाड़ ही पहाड़ है। हरे भरे खुले मैदान भी है।
जम्मू की बात करें तो यहां का पहाड़ी रहन सहन, पहाड़ी संस्कृति, पारंपरिक भोजन और प्राकृतिक सुंदरता पूरे देश के साथ विदेशी लोगों को भी आकर्षित करती है।
अगर आप जम्मू की यात्रा की प्लानिंग कर रहे हैं, तो आपके लिए यह पोस्ट बहुत ही महत्वपूर्ण है।
इस पोस्ट के अंदर जम्मू कश्मीर की यात्रा किस समय करनी, जम्मू में रहने की व्यवस्था, खान-पान एवं सभी प्रकार की जानकारी इस लेख में बताई गई है।
जम्मू में सैर (घूमने) करने की जगह (Places to visit in Jammu)
रघुनाथ मंदिर
रघुनाथ मंदिर का निर्माण की शुरुआत 1835 ईस्वी में महाराजा गुलाब सिंह जी ने की थी।
इस मंदिर का पूर्ण निर्माण, उनके पुत्र महाराजा रणजीत सिंह ने 1860 ईस्वी में करवाया था।
मंदिर के अंदर कई कलात्मक मूर्तियां भी है। मंदिर में सोने की पत्ती एवं चादर का उपयोग किया गया है। यह एक खूबसूरत मंदिर है।
बाहू किला
बहु किला, इस किले का निर्माण राजा बाहुलोचन ने करवाया था। यह किला 3000 साल पुराना है, और जम्मू से 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
बहु किला तवी नदी के किनारे पर स्थित है, आज भी बहुत ही अच्छी स्थिति में है।
इस्केले के अंदर माता काली का मंदिर भी है, जहां पर प्रत्येक मंगलवार एवं रविवार के दिन मेला लगता है। यह किला पहाड़ी पर स्थित है।
पहलगाम
यह एक लोकप्रिय सुंदर प्राकृतिक स्थान है। जहां पर हरे भरे पेड़ पौधे, फूल विभिन्न प्रकार के एवं झील है।
यहां की झील में राफ्टिंग करने की भी सुविधा उपलब्ध है। इस स्थान पर मामल घाटी और एक बेताल मंदिर भी है।
यहां पर जम्मू की एक अच्छी मार्केट भी है, जहां पर पारंपरिक सामान बेचा जाता है।
जो पर्यटकों को काफी पसंद आता है। यहां पर आने वाले पर्यटकों को प्रकृति के सुंदर वातावरण एवं शांत स्थान बहुत ही आकर्षित करता है।
सनासर
सनासर नामक स्थान चारों तरफ से पहाड़ियों से घिरा हुआ है, और यहां पर चीड़ के पेड़ों की भरमार है। इस स्थान पर एक सुंदर तालाब भी है।
सनासर स्थान पर गोल्फ खेलने के लिए एक गोल्फ मैदान भी है। आने वाले पर्यटक गोल्फ खेलने का आनंद ले सकते हैं।
इस स्थान पर पैराग्लाइडिंग करने की भी सुविधा उपलब्ध है। इस स्थान पर मौजूद पहाड़ की चोटी पर जाकर, आप आसपास के इलाकों का सुंदर दृश्य देख सकते हैं।
सुध महादेव
इस स्थान पर शिव पार्वती का मंदिर है, और शिव पार्वती से जुड़ी हुई कहीं कथाएं भी हैं। यह स्थान जम्मू से 120 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
इस स्थान का हरा-भरा प्राकृतिक वातावरण आने वाले पर्यटकों को बहुत ही आकर्षित करता है ।
जम्मू के फेमस व्यंजन
मोदक पुलाव
मोदक पुलाव जम्मू का सबसे प्रसिद्ध व्यंजन है। यह पुलाव एक खास तरह का होता है, जिसका स्वाद बहुत ही बढ़िया होता है।
इस पुलाव को बनाने के लिए बहुत सारे मेवे, दूध, घी, के साथ केसर, दालचीनी, काजू, किशमिश वगैरा आदि सभी का उपयोग लिया जाता है, हर एक चीज का खास महत्व होता है।
इन सभी सामग्री को पक्का कर, मोदक यानी लड्डू के समान बनाया जाता है। और इसके अंदर विशेष तौर पर दुनिया की प्रसिद्ध कश्मीरी केसर का उपयोग किया जाता है। इसका स्वाद मीठा और बहुत ही स्वादिष्ट होता है।
कश्मीरी बैगन
शाकाहारी लोगों के लिए कश्मीरी बैंगन डिश सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है। इस डिश को बनाने के लिए दही के साथ कई तरह के मसाले को मिलाकर तैयार किया जाता है। यह एक अनोखा डिश भी है और इसका स्वाद भी बहुत ही बढ़िया होता है।
दम आलू
दम आलू को बनाने के लिए अदरक के पेस्ट में दही का उपयोग लिया जाता है, और गरम मसाले के साथ तैयार किया जाता है। इसके अंदर आलू पकाया जाता है। दम आलू खाने में बहुत ही स्वादिष्ट होता है, जो आने वाले पर्यटकों को बहुत ही पसंदीदा व्यंजन है।
लयादेर सछमन
यह एक पनीर से बनाई जाने वाली सब्जी है, इसको बनाने के लिए मलाईद्वार ग्रेवी से पकाकर किया जाता है। अगर आप जम्मू कश्मीर की यात्रा करते हैं, तो लयादेर सछमन का जरूर स्वाद सखे।
शब डीग
यह एक नॉनवेज डिश है जिसे जम्मू में आमतौर पर प्रत्येक घर में भी बनाई जाती है। इस डिश को बनाने के लिए, सबसे पहले चिकन को शलजम के साथ अन्य कई प्रकार के मसाले में पकाया जाता है।
फिर उसे बर्तन के ऊपर से आटे के साथ उसे बर्तन को एकदम पैक कर दिया जाता है। रात भर ऐसे ही पड़ा रहता है, सुबह के समय से खाया जाता है।
आब गोश
इस डिश के अंदर मटन को दूध और मसाले के साथ पकाया जाता है। फिर इसे केसर और चावल के साथ आने वाले पर्यटकों को परोसा जाता है।
यह एक नॉनवेज व्यंजन है और जम्मू कश्मीर में काफी प्रसिद्ध है।
कश्मीरी गाद
इस व्यंजन को बनाने के लिए बहुत सारी सब्जियों के साथ मछली का प्रयोग किया जाता है। यह एक शाकाहारी और मांसाहारी दोनों का मिश्रण है।
इसके अंदर गरम मसाले के साथ जम्मू के स्थानीय जड़ी बूटियां का भी इस्तेमाल किया जाता है। जिससे यह बहुत ही स्वादिष्ट बनता है।
जम्मू के अंदर कई सारे रेस्टोरेंट एवं ढाबे हैं, जहां पर आपको एक से बढ़कर एक व्यंजन मिलते हैं। जो खाने में बहुत ही लजीज एवं स्वादिष्ट होते हैं।
जम्मू की सैर (घूमने) जाने का समय
जम्मू के अंदर आप किसी भी समय जा सकते हैं। लेकिन अगर बारिश की बात की जाए, तो उस समय वहां पर बहुत ही ज्यादा बारिश होती है, इसीलिए उस समय न जाए तो अच्छा रहेगा।
विशेष तौर पर देखा जाए तो, अप्रैल से लेकर जून महीने तक, जम्मू की यात्रा का सबसे उपयुक्त समय है।
इस समय मैं शेष भारत के अंदर तो गर्मी का मौसम रहता है। लेकिन जम्मू कश्मीर के इलाके में ठंडा वातावरण रहता है, बर्फ पिघल चुकी होती है, और यहां पर सैर करने का आनंद ही अलग आता है।
सर्दी के मौसम में अगर आप जम्मू की सैर करते हैं, तो आपके यहां पर बहुत ही ज्यादा ठंड देखने को मिलती है। यहां पर बर्फबारी भी होती है।
जम्मू पहुंचने का मार्ग?
जम्मू एक प्रमुख पर्यटन एवं प्रसिद्ध पर्यटन स्थल होने के कारण, यहां पर पहुंचने के लिए हर तरह की यातायात के साधन की व्यवस्था उपलब्ध है।
देश के बड़े शहरों से दिल्ली, अमृतसर, चंडीगढ़ वगैरा से वायुयान की सुविधा उपलब्ध है।
रेलवे मार्ग की बात करें तो, जम्मू के लिए देश के बड़े शहरों से रेलवे की सुविधा उपलब्ध है। सड़क मार्ग से भी जम्मू अच्छी तरीके से जुड़ा हुआ है।
जम्मू में ठहरने की व्यवस्था
जम्मू देश का प्रमुख पर्यटन स्थल होने की वजह से यहां पर ठहरने के लिए एक से बढ़कर एक होटल की व्यवस्थाएं उपलब्ध है जहां पर आप कम कीमत से लेकर ज्यादा कीमत तक की वाईफाई हॉट ले मिल जाती है
मां वैष्णो देवी जाने वाला रास्ता भी जम्मू से होकर ही जाता है। इसीलिए यहां पर कई सारी धर्मशालाएं भी है, और आप मुफ्त में उन धर्मशालाओं में रह सकते हैं। यहां पर काफी अच्छी व्यवस्था भी है।
आप ऑनलाइन इंटरनेट के माध्यम से भी होटल रूम की बुकिंग कर सकते हैं।
जम्मू किस प्रकार घूमे
जम्मू में घूमने के लिए, आप वाहन भी किराए पर ले सकते हैं। यहां कई सारे एजेंट है, जो आपको टू व्हीलर या फिर फोर व्हीलर किराए पर देते हैं। आपको अपना ओरिजिनल आईडी प्रूफ जमा करवाना पड़ता है ।
यहां पर अगर टू व्हीलर की बात की जाए तो निम्नतम ₹500 से लेकर ₹800 तक, प्रतिदिन के हिसाब से आपको मिल जाती है। जिसके माध्यम से आप पूरा जम्मू घूम सकते हैं।
Frequently Asked Questions
Q: जम्मू में किस टाइप की गतिविधियों प्रसिद्द हैं?
A: जम्मू के अंदर कई सारी झील एवं नदियां हैं, जहां पर आप राफ्टिंग एवं सर्फिंग का आनंद ले सकते हैं। यहां पर बहुत सारे वाटर से संबंधित गेमस है, इसका आप आनंद ले सकते हैं।
Q: जम्मू में बोलचाल की भाषाएं कितनी है?
A: डोगरी, कश्मीरी और हिंदी।
Q: जम्मू किस नदी के तट पर बसा हुआ है?
A: तावी नदी