Kashmir Me Ghumne ki jankari:
कश्मीर को भारत का स्वर्ग भी कहा जाता है। कश्मीर की बात की जाए, तो यह भारत के उत्तर में स्थित है। कश्मीर पर्यटकों के अंदर बहुत ही आकर्षक एवं घूमने के लिए प्रसिद्ध स्थान है।
यहां पर बड़े-बड़े ऊंचे पहाड़ जो बर्फ से ढके रहते हैं। यहां पर अनेकों प्रकार की झीले, यहां का वातावरण, पेड़, पहाड़ फ्रूट्स और ओट्स के पौधे आदि बहुत कुछ देखने के लायक है।
यहां पर आने वाले पर्यटक कश्मीर की सुंदर वादियों को देखकर, मनमोहक नजारो से मोहित हो जाते हैं।
यहां पर पर्यटकों के लिए बहुत सारी क्रेविटी भी है,
पैराग्लाइडिंग, बंजी जंपिंग, राफ्टिंग स्विमिंग इत्यादि।
- आज के इस पोस्ट के अंदर हम
- कश्मीर में घूमने लायक स्थान,
- कश्मीर में किस समय जाना चाहिए।
- कश्मीर के प्रसिद्ध व्यंजन,
- कश्मीर के अंदर प्रसिद्ध फ्रूट एवं मेवे
आदि सभी के बारे में विस्तार से बताएंगे।
कश्मीर में सैर (घूमने) के स्थान, कश्मीर का खर्चा एवम जाने का समय (Places to visit in Kashmir, cost of Kashmir and time to visit)
कश्मीर की खूबसूरती के रोचक तथ्य
- कश्मीर में भारी बर्फबारी होती है, और उसका मौसम स्विजरलैंड जैसा है। इसीलिए इसे भारत का स्विट्जरलैंड भी कहा जाता है।
- कश्मीर की बात कर तो यह हिमालय और पीर पंजाल नामक पर्वत श्रेणियां से घिरा हुआ है।
- कश्मीर के मुख्य तीर्थ स्थान की बात करें तो वैष्णो देवी एवं अमरनाथ है।
- कश्मीर से झेलम नदी निकलती है, फिर यही नदी पाकिस्तान में जाती है।
- एशिया की सबसे बड़ी साफ पानी की झील वूलर जो कश्मीर में मौजूद है।
कश्मीर के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल (Places to visit in Kashmir)
वैष्णो देवी माता मंदिर
कश्मीर के अंदर सबसे प्रसिद्ध मंदिर वैष्णो देवी माता जी का मंदिर है। जो 1560 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। वैष्णो देवी माताजी का मंदिर देश ही नहीं, विदेशों में भी बहुत ही लोकप्रिय एवं प्रसिद्ध है।
वैष्णो देवी माता जी के दर्शन करने के लिए, आने वाले श्रद्धालु लोग 13 किलोमीटर की पैदल यात्रा करते हुए, ऊपर चढ़ाई चढ़ते हुए माताजी के दर्शन कर पाते हैं।
वैष्णो देवी माता जी का मंदिर एक शक्तिपीठ है, जो 108 शक्तिपीठ के अंदर सम्मिलित है।
कश्मीर की यात्रा करने वाले पर्यटक लोग, इस मंदिर में जरूर दर्शन करने के लिए जाते हैं। यह एक बड़ा धाम तीर्थ स्थान है।
पटनीटॉप
कश्मीर भारत का स्वर्ग कहा जाता है। यहां पर आने वाले पर्यटकों को हिमालय पर्वत की चोटियां, बर्फ से ढकी हुई और बीच में खाली मैदान हरे भरे, यह मनमोहन दर्शय बहुत ही आकर्षक लगता है।
इस स्थान पर पैराग्लाइडिंग, स्किंग एवं ट्रैकिंग आदि कई प्रकार की सुविधा पर्यटकों के लिए उपलब्ध है।
कश्मीर की वादियों में गोल्फ के बहुत बड़े खेल मैदान है। जहां पर आने वाले पर्यटक गोल्फ खेलने का आनंद ले सकते हैं।
युसमर्ग
यह स्थान कश्मीर के अंदर पीर पंजाल पर्वत श्रेणियां के ऊपर स्थित है, जो 7500 मीटर की ऊंचाई पर है।
युस्मार्ग एक शांतिप्रिय एवं प्राकृतिक सुंदरता के बीच, हरा भरा इलाका होने के कारण, पर्यटकों के बीच बहुत ही लोकप्रिय स्थल है। एवं यहां आने वाले पर्यटकों को एक अलग ही शांति एवं नीरवता का अनुभव होता है।
सोनमर्ग
सोनमर्ग की बात करें तो, यह श्रीनगर से 80 किलोमीटर दूर स्थित है। और इसकी ऊंचाई 2800 मीटर पर, यह एक आकर्षक स्थल है।
यहां पर ग्लेशियर है और मैदानी भाग बर्फ से भरे हुए हैं। इस स्थान पर एकदम शांत झिले भी है।
इस स्थान को भारत का स्विट्जरलैंड भी कहा जाता है। क्योंकि जिस प्रकार स्विट्जरलैंड की खूबसूरती है, वही सुंदरता यहां पाई जाती है।
अमरनाथ
अमरनाथ का शिवलिंग देश ही नहीं, विदेश में भी बहुत ही प्रसिद्ध है। इस स्थान पर प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं।
अमरनाथ के अंदर जो भगवान शिव जी का शिवलिंग बनता है, वह केवल बर्फ का ही बनता है।
यह शिवलिंग प्राकृतिक रूप से ही बनता है और यह सिर्फ बर्फ का ही होता है।
इस स्थान को भगवान शिव का निवास स्थान भी माना जाता है। यह बहुत ही पवित्र जगह है।
दाचीगाम राष्ट्रीय उद्यान
दाचीगाम राष्ट्रीय उद्यान की बात करें, तो यह एक नेशनल पार्क भी है। और पूरे विश्व के अंदर यह पार्क अपनी खूबसूरती के लिए प्रसिद्ध है।
दाचीगाम राष्ट्रीय उद्यान सत्रह सौ मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। कश्मीर से इसकी दूरी मात्र 22 कि.मी. है।
दाचीगाम राष्ट्रीय उद्यान के अंदर विभिन्न प्रकार की वनस्पतियां एवं हिमालय के विभिन्न प्रकार के जीव जंतु यहां देखने के लिए मिलते हैं।
इस दाचीगाम राष्ट्रीय उद्यान को बनाने के लिए, यहां पर स्थित छोटे-छोटे 10 गांवों को दूसरी जगह पर स्थानांतरित करना पड़ा। उसके बाद इस राष्ट्रीय उद्यान को बनाया गया। इसीलिए इसका नामकरण दाचीगाम पड़ा।
गुलमर्ग
कश्मीर का गुलमर्ग आने वाले पर्यटकों के लिए, देश-विदेश दोनों ही जगह पर बहुत ही प्रसिद्ध स्थान है। इस स्थान की बात की जाए तो यह लगभग 2700 मीटर के आसपास समुद्र तल से ऊंचाई पर है।
गुलमर्ग के अंदर पहाड़ है, वह पूरी तरीके से बर्फ से ढके हुए होते हैं। और इन पहाड़ों के बीच हरे-भरे घास के मैदान भी दिखाई देते हैं।
गुलमर्ग में सदाबहार जंगल भी दिखाते हैं। यहां का वातावरण और माहौल बहुत ही आकर्षक एवं सुंदर होता है।
गुलमर्ग के पहाड़ों पर आप स्किन गतिविधियां जैसी और राइडिंग का आनंद भी उठा सकते हैं। यहां पर स्ट्रॉबेरी के बहुत सारे खेत हैं और बायोस्फियर रिज़र्व भी है।
श्रीनगर
श्रीनगर के अंदर की बात की जाए, तो यहां पर डल झील है। जो पर्यटकों के बीच बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध है। श्रीनगर कश्मीर की राजधानी भी है।
यहां पर विभिन्न प्रकार के पेड़ पौधे हैं, और श्रीनगर चारों तरफ से पेड़ पौधों सहित, पहाड़ी इलाकों से घिरा हुआ है। यहां की शांत वातावरण और साल भर हरा भरा रहने की वजह से, बहुत ही ज्यादा पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है।
श्रीनगर के अंदर इंदिरा गांधी मेमोरियल, मुगल उद्यान, शालीमार बाग, होटल लिप गार्डन जैसे कहीं प्रसिद्ध घूमने के स्थान है।
कश्मीर का प्रसिद्ध स्थानीय भोजन
कश्मीर को जिस प्रकार प्रकृति ने सुंदरता प्रदान की है। इस प्रकार यहां पर व्यंजन भी बहुत ही स्वादिष्ट एवं जायकेदार होते हैं। यहाँ जितने प्रकार के व्यंजन है, वहां पर मुलगी शासन और अरबी का ज्यादा प्रभाव देखने को मिलता है।
कश्मीर के अंदर शाकाहारी और मांसाहारी दोनों प्रकार की व्यंजन शाही तरीके से मिलते हैं। जो शाकाहारी व्यंजन होते हैं, विशेष तौर से कश्मीरी पंडितों के पसंदीदा, उन व्यंजनों के अंदर लहसुन एवं प्याज नहीं डाला जाता है। और वह पूरी तरह शाकाहारी होते हैं।
उसके दूसरी तरफ मुस्लिम द्वारा पसंद किए जाने वाले, व्यंजनों के अंदर मांस, मछली, अंडा वगैरा इन सभी को शामिल कर दिया जाता है।
कश्मीर के अंदर बात की जाए, तो शाकाहारी व्यंजनों की भरमार है। लेकिन उससे भी ज्यादा मांसाहारी व्यंजन मिलते हैं। तो आईए जानते हैं, कुछ व्यंजन:
थुक्पा
थुक्पा एक तरह का नूडल्स और सूप दोनों को सम्मिलित करके बनाया जाता है। यह विशेष तौर से तिब्बत के पूर्वी भाग से बना हुआ व्यंजन है, जो कश्मीर के अंदर बहुत ही प्रसिद्ध और लोकप्रिय डिश है।
यह व्यंजन दोनों टाइप यानी शाकाहारी एवं मांसाहारी दोनों तरह का मिलता है। आपने नूडल तो बहुत तरीके के खाए होंगे, लेकिन इस तरह का नूडल आपको कश्मीर के अंदर मिलेगा और इसका खास स्वाद है। जो दुनिया में कहीं और नहीं देखने को मिलता।
मोमोज
मोमोज एक तिब्बत और नेपाल से जुड़ा हुआ व्यंजन है। लेकिन कश्मीर का भी यह बहुत ही पसंदीदा स्ट्रीट फूड है। कश्मीर के अंदर यह बहुत ही लोकप्रिय है।
इसे बनाने के लिए पत्ता गोभी, फूलगोभी, शिमला मिर्च और गाजर के साथ, कहीं प्रकार की सब्जियों को भून करके, विभिन्न मसाले मिलाकर के फिर आटे का स्टफ करके गरम-गरम तरीके से परोसा जाता है।
कश्मीर के ठंडे वातावरण के बीच मोमोज को गरमा गरम परोसा जाता है, और इसके स्वाद के कारण वहां पर खाने का मजा ही अलग आता है।
खम्बीर
खम्बीर एक तरह की रोटी होती है, इसे बनाने के लिए गेहूं और सबूत के आटे का प्रयोग लिया जाता है। यह पचने में हल्की होती है। इसे बहुत ही छोटा आकार में गोल-गोल बनाया जाता है।
कश्मीर के अंदर सुबह के समय नाश्ते में यह बहुत ही खाई जाती है। इसे विशेष तौर पर बटर चाय के साथ खाया जाता है।
बटर चाय
बटर चाय तिब्बत में बहुत ही प्रसिद्ध है। जो अब कश्मीर में भी पर्सनल बढ़ गया है। इस चाय के स्वाद का अनुभव एक अलग ही होता है। यह दूसरी तरह की चाय की तुलना में, बहुत ही अलग टाइप की चाय होती है।
इसके अंदर इंग्रेडिएंट्स ऐड किए जाते हैं, इस चाय के अंदर मक्खन और नमक का प्रयोग लिया जाता है। इसी वजह से इसे बटर चाय कहते हैं। सर्दियों की शुरुआत में सुबह के टाइम, इसी चाय का सेवन किया जाता है।
यह चाय बहुत ही प्रसिद्ध एवं अलग किस्म की है, इसका अनुभव जरूर लेना चाहिए।
गोश्तबा
यह एक कश्मीर का पारंपरिक एवं राजशाही व्यंजन है। गोश्तबा मांसाहारी व्यंजन है| इसको बनाने में मटन का उपयोग लिया जाता है, एवं विभिन्न प्रकार के मसाले मिक्स किए जाते हैं।
मात्सचगंद
मात्सचगंद मांसाहारी व्यंजन है यह मीटबोल का व्यंजन है, इसे ग्रीवा करके बनाया जाता है। इसको बनाने में विभिन्न प्रकार के मसले एवं लाल ग्रीवा का उपयोग लिया जाता है।
रोगन जोश
यह भी एक प्रकार का मांसाहारी व्यंजन है। इसको बनाने के लिए मेमने के मांस का उपयोग लिया जाता है। इसके अंदर विभिन्न प्रकार के मसाले, दही, प्याज, लहसुन आदि का उपयोग लिया जाता है।
कश्मीरी राजमा
यह व्यंजन पूरे उत्तर पर भारत में प्रसिद्ध है, इसके साथ-साथ कश्मीर के अंदर भी बहुत ही प्रसिद्ध है।
कश्मीर के हर रेस्टोरेंट के अंदर इस कश्मीरी राजमा को बनाया जाता है इसे पराठे या चावल के के साथ परोसा जाता है।
कश्मीर की राजमा का स्वाद एक अलग ही प्रकार का होता है। इसको दोपहर के भजन के साथ या रात्रि के भजन में विशेष तौर पर खाया जाता है।
कश्मीर के अंदर विभिन्न प्रकार की मिठाइयां भी प्रसिद्ध है। यहां पर घेवर एवम् पुलाव वगैरा आदि कई प्रकार की मिठाइयां बहुत ही स्वादिष्ट होती है।
कश्मीर में ठहरने के स्थान
कश्मीर पर्यटन स्थल के तौर पर देश-विदेश में सभी जगह बहुत ही प्रसिद्ध है। इसीलिए यहां पर ठहरने के लिए बहुत सारे होटल की व्यवस्था है। यहां पर बजट के अनुसार कम पैसे से लेकर ज्यादा हाई-फाई होटल भी मौजूद है।
कश्मीर के अंदर होटल को बुक करवाने के लिए ऑनलाइन बुकिंग की सेवा भी उपलब्ध है। कभी कभार यहां पर पर्यटक बहुत ज्यादा संख्या में आ जाते हैं। जिसकी वजह से होटल में रूम नहीं मिल पाता है। इसीलिए एडवांस रूम बुकिंग किया हो तो अच्छा रहता है।
कश्मीर में किस प्रकार जाएं
कश्मीर में जाने के लिए, अगर आप हवाई यात्रा से जाना चाहते हैं, तो आपका कश्मीर का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा श्रीनगर है। जिसकी दूरी कश्मीर से 15 किलोमीटर दूर है।
भारत के विभिन्न शहरों से श्रीनगर के लिए फ्लाइट जाती है।
अगर आप सड़क मार्ग द्वारा कश्मीर जाना चाहते हैं, तो कश्मीर भारत के विभिन्न शहरों से राष्ट्रीय राजमार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है। आप सार्वजनिक यातायात के साधन द्वारा या फिर अपने खुद का निजी वाहन लेकर भी, कश्मीर की यात्रा कर सकते हैं।
रेल मार्ग की बात की जाए, तो कश्मीर का नजदीकी रेलवे स्टेशन जम्मू तवी रेलवे स्टेशन है। जम्मू तवी रेलवे स्टेशन भारत के विभिन्न शहरों से जुड़ा हुआ है। यहां पर भारत के विभिन्न शहरों से दूरगामी रेल गाड़ियां बहुत आती है।
कश्मीर की सैर करने का सबसे अच्छा समय
कश्मीर की यात्रा के लिए आप साल भर में किसी भी समय जा सकते हैं। लेकिन अप्रैल से जून का समय सबसे उपयुक्त माना जाता है।
अप्रैल से लेकर जून के महीने तक यहां पर मौसम उपयुक्त रहता है, और आप प्रकृति का सुंदर नजारा, यह सुंदर वादियां आदि सभी मनमोहक नजारे को देख सकते हैं।
सर्दियों के मौसम में कश्मीर के अंदर बहुत भारी बर्फबारी होती है। इसीलिए यहां पर आने वाले कई रास्ते भी बंद हो जाते हैं।
ज्यादा बर्फबारी की वजह से, आप वह मनमोहन वादियों का नजर नहीं देख सकते हैं। लेकिन यह बात जरूर है, कि सर्दी के मौसम में पर्यटकों की संख्या कम होने की वजह से, यहां होटल वगैरा सस्ता हो जाता है।
बारिश के मौसम में भी यहां पर भारी बारिश होती है, और हिमसखलन जैसी समस्याएं भी बहुत होती है। बारिश की वजह से नदी नाले उफान पर हो जाते हैं। इसीलिए कई रास्ते, उस समय भी बंद हो जाते हैं।
कश्मीर के अंदर अगर आप घूमने जाना चाहते हैं, तो आपके लिए अप्रैल महीने से लेकर जून का महीने तक का, सबसे उपयुक्त समय माना गया है। यहां पर खुला वातावरण, ठंडी हवा, ठंडा मौसम में आप वादियों के मनमोहक नजारे का आनंद उठा सकते हैं।
कश्मीर किस प्रकार घूमे?
कश्मीर जाने के बाद आपको घूमने के लिए ऑटो या टैक्सी की सुविधा बहुत सारी मिल जाती है। इसके अलावा अगर आप एजेंटों के माध्यम से टैक्सी किराए पर लेकर भी कश्मीर की सैर यानी घूम सकते हैं।
निष्कर्ष
हमें आशा है कि कश्मीर में सैर(घूमने) करने की जगह यह लेख आपको बहुत ही ज्यादा पसंद आया होगा। और आपके घूमने के लिए बहुत ही उपयोगी साबित होगा।
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FAQ
Frequently Asked Questions
Q: कश्मीर में किस प्रकार के फल उगाए जाते हैं?
A: लीची, स्ट्रौबरी ,सेब इत्यादि प्राकार फल उगाए जाते हैं।
Q: कश्मीर में किस धर्म की आबादी ज्यादा है?
A: मुस्लिम आबादी की संख्या ज्यादा है।
Q: कश्मीर में प्रसिद्ध मंदिर कौन कौन से है?
A: अमरनाथ एवम् मां वैष्णो मंदिर बहुत प्रसिद्ध है।