Darjeeling Me Ghumne ke sthaan:
दार्जिलिंग खूबसूरत हिल स्टेशन है, जो भारत के पश्चिम बंगाल राज्य में स्थित है। दार्जिलिंग एक खूबसूरत हिल स्टेशन के साथ-साथ, हनीमून मनाने वालों के लिए भी पहली पसंद है।
दार्जिलिंग में आने वाले देशी एवं विदेशी पर्यटकों के लिए यह एक रोमांचक्कारी दृश्य हैं। दार्जिलिंग अपने चाय की बागानों के लिए भी बहुत ही प्रसिद्ध है। इस पोस्ट के अंदर हम आपको दार्जिलिंग से संबंधित संपूर्ण जानकारी को प्रदान करेंगे, आप इस लेख को पूरा पढ़े।
दार्जिलिंग में सैर (घूमने) करने की जगह | Places to visit in Darjeeling
दार्जिलिंग के दिलचस्प बातें
- दार्जिलिंग को क्वींस ऑफ हिल्स भी कहा जाता है।
- दार्जिलिंग में देश का पहला रोप वे है।
- यहां पर ब्लैक बियर एवं लाल पांडा जैसे जंतु भी पाए जाते हैं।
- दार्जिलिंग के चाय के बागान पूरे विश्व में प्रसिद्ध है।
दार्जिलिंग के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल ( Famous tourist places of Darjeeling in Hindi)
दार्जिलिंग पश्चिम बंगाल राज्य के नजदीकी हिमालय के तलहटी में स्थित है। यह एक बहुत ही खूबसूरत एवं रोमांस करी आकर्षक स्थान है। यहां पर पर्यटको के घूमने के लिए बहुत सारी जगहे है।
टाइगर हिल
टाइगर हिल स्थान अपने सनराइज के लिए बहुत ही प्रसिद्ध है। जब सूर्य उदय होता है, तब यहां की कांचगाना की पहाड़ियों से जो रंग बिरंगी किरणें निकलती है, वह बहुत ही सुंदर दृश्य होता है देखने लायक। सुबह के टाइम आप जहां भी रुके हो, वहां से जल्दी निकल कर आपको सनराइज का दर्श्य देखना होता है।
बरबतिया रॉक गार्डन
बरबटिया रॉक गार्डन दार्जिलिंग से 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां पर जाने के लिए बहुत ही घुमावदार रास्ते हैं। बड़े-बड़े पहाड़ों के बीच में से होकर, घने जंगलों के बीच में से होकर जाना होता है, और यह मार्ग बड़ा ही रोमाञ्चकारी होता है।
इस गार्डन में बहुत ही रोमांसकरी दर्शय होता है। जो आने वाले पर्यटकों का मन मोह लेता है। यहां पर चलने वाले झरने, पानी की आवाज जो मन को शांति प्रदान करती है।
हैप्पी वैली
यह चाय का बहुत ही बड़ा बागान है जो कहीं एकड़ जमीन में फैला हुआ है। इस चाय के बागान की हरियाली और सुंदरता बहुत ही ज्यादा है।
यह इलाका पहाड़ी पर होने की वजह से, यहां पर बादल बिल्कुल पहाड़ी पर चलते हैं। जैसे इस बागान में ऊपर चढ़ते हैं, तो बादलों को हम छू भी सकते हैं।
इस भगवान की हसीन वादियां बहुत ही सुंदर है। आने वाले देसी विदेशी पर्यटकों का मन मोह लेती है।
चौरास्ता
दार्जिलिंग में चोरास्ता बेहद खूबसूरत जगह है। क्योंकि इस जगह से आपको ऊंची ऊंची घाटियों के साथ शानदार हरा भरा आकर्षक व्यू देखने को मिल जाता है। इसीलिए यहां पर आने वाले देसी हो, चाहे विदेशी एवं स्थानीय लोग भी बहुत आते हैं। यहां
की चाय भी बहुत ही प्रसिद्ध है।
सिमाना व्यू पॉइंट
इस व्यू प्वाइंट से आप नेपाल को देख सकते हैं। यहां से नेपाल का बहुत सुंदर दृश्य देखने को मिलता है, जो आने वाले पर्यटकों को खूब भाता है।
यहां पर एक खरीदारी के लिए भी अच्छा मार्केट है। जहां से आप यहां की लोकल आइटम ले जा सकते हैं।
ऑरेंज वैली चाय बागान
यह चाय बागान यहां का बहुत ही प्रसिद्ध चाय बागान है। यहां पर आपको यहां की देसी लोकल चाय का स्वाद चखने को मिलता है। यहां पर जो चाय बनाई जाती है, वह संत्री के रंग की तरह होती है, और इसका स्वाद भी एक अलग ही होता है।
जोरपोखरी लेक
यह एक झील है, जो दार्जिलिंग की बहुत ही प्रसिद्ध है। यहां का व्यू पॉइंट बहुत ही आकर्षक एवं रोमांस करी लगता है। जो आने वाले पर्यटक यहां पर बहुत ही फोटोग्राफी करते हैं।
महाकाल धाम
दार्जिलिंग के अंदर भगवान शंकर का भी एक मंदिर है, जिसे महाकाल धाम के नाम से जाना जाता है। इस मंदिर में आने के बाद मन को बहुत शांति और सुकून मिलता है।
यहां पर आकर आप कंचन गंगा की बर्फ से ढकी हुई पहाड़ियों के विहंगम दृश्य को देख सकते हैं।
रोपवे राइड
दार्जीलिंग को देखने के लिए यहां पर रोपवे राइड की सुविधा उपलब्ध है। जिसके माध्यम से आप संपूर्ण दार्जिलिंग को आसानी के साथ घूम सकते हैं। रोपवे राइड से देखने का दृश्य, एक अलग ही सुंदर एवं आकर्षक होता है।
पद्मजा नायडू हिमालयन जूलॉजिकल पार्क
यह एक चिड़ियाघर है, इसके अंदर आपको भिन्न-भिन्न प्रकार के जीव रमन करते हुए मिलेंगे। यहां पर पशु एवं पक्षी दोनों टाइप के बहुत सारी वैरायटी में देखने को मिलते हैं।
दार्जिलिंग के प्रसिद्ध व्यंजन
दार्जिलिंग के अंदर खाने के लिए बहुत सारे व्यंजन है। यहां पर विशेष तौर पर दम आलू की गाड़ी ग्रेवी एवं मसालेदार सब्जियां बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध है। यहां पर आपको विभिन्न प्रकार के स्ट्रीट फूड भी स्वादिष्ट मिल जाते हैं।
आलू दम
यह एक रेसिपी स्वादिष्ट एवं मलाईदार, जायकेदार होती है। इसके अंदर आलू के साथ मसाले एवं प्याज, टमाटर, दही आदि की ग्रेवी को उबाल कर विशेष तौर पर बनाया जाता है।
इसके अंदर लहसुन और प्याज भी डाला जाता है। इसको परोसने के लिए चावल के साथ भी एवं घी, रोटी आदि के साथ परोसा जाता है। यह एक उत्तर भारतीय करी टाइप का व्यंजन है।
थुकपा
इसको बनाने के लिए कटी हुई प्याज, टमाटर, पत्ता गोभी, गाजर, अदरक, लहसुन एवं विभिन्न प्रकार के मसाले के साथ नूडल्स का उपयोग किया जाता है। इसको तेल के अंदर पकाया जाता है, और इसके अंदर प्याज लहसुन का भी इस्तेमाल किया जाता है।
यह खाने में बहुत ही स्वादिष्ट होती है। यह एक तरह का स्वादिष्ट एवं नूडल्स सूप होता है। जो पूर्वोत्तर भारत एवं तिब्बत क्षेत्र में विशेष तौर पर बनाया जाता है, जो आज दार्जिलिंग में भी बहुत ही प्रसिद्ध है।
नागा व्यंजन
नागालैंड के प्रसिद्ध व्यंजन दार्जिलिंग में बहुत ही प्रसिद्ध है। यहां पर बास में पकाई गई मछली, जूथे आदि कहीं प्रकार के व्यंजन मिल जाते हैं।
थकाली नेपाली थाली
यह थाली देखने में आकषर्क भी एवं खाने में भी बहुत ही स्वादिष्ट होती है। इसको बनाने के लिए दाल, पत्तेदार सब्जियां, चावल, मास, विभिन्न मसालों का उपयोग किया जाता हैं।
सेल रोटी
यह चावल से बनाए जाने वाली रेसिपी है। यह नेपाल की बहुत ही प्रसिद्ध रेसिपी है। जो दार्जिलिंग में भी बनाई जाती है।
इनके अलावा भी बहुत सारे व्यंजन है, जो दार्जिलिंग में बहुत ही प्रसिद्ध है। जिसका आप स्वाद जरूर सखे:
चुरपी
कवती
चेज
गुन्द्रक
दार्जिलिंग में ठहरने की व्यवस्था
दार्जिलिंग के अंदर ठहरने के लिए बहुत सारे होटल भी हैं, होमस्टे की भी व्यवस्था है, इसके अलावा आप कैंपियन भी कर सकते हैं।
यहां पर हर तरह के होटल सस्ती कीमत से लेकर लग्जरी होटल भी उपलब्ध है। जहां पर आप आराम से ठहर सकते हैं।
दार्जिलिंग से थोड़ा ही दूर पर आपको कैंपियन की अच्छी खासी व्यवस्था मिलती है। जहां पर आप बिल्कुल कम खर्चे में रहकर, पूरे दार्जिलिंग को घूमने का मजा ले सकते हैं।
दार्जिलिंग के अंदर होम स्टे यानी यहां के स्थानीय लोग, आने वाले पर्यटकों को अपने घर में रखते हैं।
होमस्टे के अंदर रुकने का खर्चा बिल्कुल कम आता है, इसके अलावा आपको वहां पर स्थानीय व्यंजन भी खाने को मिलता है।
दार्जिलिंग में सैर (घूमने) करने का उपयुक्त समय
अगर आप दार्जिलिंग की सैर करना चाहते हैं, तो आपको अप्रैल महीने से लेकर अक्टूबर महीने तक का मौसम अच्छा रहता है, सुहावना रहता है। इस मौसम में अगर आप दार्जिलिंग की सैर (यात्रा) करते है, तो बहुत ही उपयुक्त समय माना जाता है।
दार्जिलिंग जाने की व्यवस्था
दार्जिलिंग के अंदर जाने के लिए आपको तीनों प्रकार के रूट मौजूद है। आप सही हवाई मार्ग से या फिर सड़क मार्ग या रेल मार्ग।
सड़क मार्ग से दार्जिलिंग पहुंचने के लिए आपको सबसे पहले सिलीगुड़ी पहुंचाना होगा। यहां पर सबसे बड़ा बस अड्डा है, जो देश के विभिन्न शहरों से सड़क मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है। सिलीगुड़ी से दार्जिलिंग की दूरी 3 घंटे की है।
रेलवे मार्ग दार्जिलिंग से 88 किलोमीटर दूर जलपाईगुड़ी दार्जिलिंग का नजदीकी रेलवे स्टेशन है। यह रेल मार्ग देश के सभी बड़े शहरों से जुड़ा हुआ है। पूर्वी राज्यों से आने वाली रेल, यहां पर जरूर रूकती है।
हवाई मार्ग दार्जिलिंग का नजदीकी हवाई अड्डा 88 किलोमीटर दूर बागडोगरा है। यह हवाई अड्डा देश के सभी मेट्रो सिटी एवं बड़े शहरों से यहां पर हवाई यातायात की सुविधा उपलब्ध है।
दार्जिलिंग की सैर कैसे करे?
दार्जिलिंग घूमने के लिए आप टैक्सी ले सकते हैं। टैक्सी के साथ बाइक रेंट की भी सुविधा उपलब्ध है। जिसके माध्यम से आप पूरा दार्जिलिंग आराम के साथ घूम सकते हैं।
अगर आप बाइक या टैक्सी रेंट पर लेते हैं, तो आपका ओरिजिनल डॉक्यूमेंट, आपको जमा भी करवाना पड़ता है।
दार्जिलिंग की सैर (घूमने) का खर्चा
दार्जिलिंग को घूमने के लिए, आपके लिए तीन दिन काफी है। अगर आप वहां पर तीन दिन रुकते हैं, तो आपको नॉर्मली 6000₹ से 7000₹ के बीच खर्चा आता है।