Amarnath Me Ghumne ke sthaan :
देश और विदेश के लाखों श्रद्धालु अमरनाथ की यात्रा प्रतिवर्ष करते हैं। जुलाई और अगस्त के महीने में यानी हिंदी महीने के अनुसार श्रावण मास में अमरनाथ की यात्रा की जाती है।
आप हिंदू धर्म के अनुयाई है, तो आपको जिंदगी में एक बार अमरनाथ की यात्रा जरूर करनी चाहिए। आज के इस पोस्ट के अंदर हम अमरनाथ से संबंधित, संपूर्ण जानकारी आपको प्रदान करेंगे।
अमरनाथ की यात्रा किस समय करनी चाहिए?
अमरनाथ के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल कौन-कौन से हैं?
अमरनाथ के अंदर रहने की व्यवस्था किस टाइप और कहां है?
अमरनाथ के प्रसिद्ध मुख्य व्यंजन क्या है?
अमरनाथ की यात्रा किस प्रकार करें और कैसे जाएं?
अमरनाथ की यात्रा का खर्चा कितना है?
अमरनाथ में सैर (घूमने) करने के स्थान
Places to visit in Amarnath
अमरनाथ के बारे में दिलचस्प तथ्य
अमरनाथ जाने के दोनों रास्ते हैं, एक है पहलगाम होकर, दूसरा है सोनमर्ग होते हुए।
अमरनाथ की यात्रा पूरे श्रावण मास तक चलती है।
अमरनाथ के अंदर शिवलिंग बर्फ का बनता है, वह भी प्राकृतिक तरीके से।
अमरनाथ के प्रमुख पर्यटन स्थल | Amarnath's famous tourist destination
अमरनाथ के अंदर बहुत सारे पर्यटन स्थल है, जहां पर आप घूम सकते हैं। लेकिन आज हम इस लेख के अंदर, मुख्य पर्यटन स्थलों के बारे में आपके संपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे।
गुलमर्ग
अमरनाथ की यात्रा के दौरान आप कुछ खास विशेष देखना चाहते हैं और भी, तो आपको जम्मू कश्मीर के अंदर बारामूला जिले का गुलमर्ग बहुत ही प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है।
हनीमून के लिए जाने वाले नव दंपतियों के लिए गुलमर्ग पहली पसंद है।
गुलमर्ग के अंदर आपको सदाबहार वन, हरे भरे घास के मैदान, बर्फ से ढके हुए पहाड़ और बहुत कुछ देखने को मिलेगा।
सोनमर्ग
सोनमर्ग, समुद्र तल से 3000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है।
सोनमर्ग अंदर आपको बहुत सारे बर्फीले पहाड़ देखने को मिलेंगे।
गंगाबल झील, विशनसर झील, कृष्णसर झील और गदासर झील मुख्य आकर्षण स्थल हैं। थाजीवास ग्लेशियर, गडसर झील, खीर भवानी मंदिर, उसमार्ग, बालताल, बालताल वैली और गंगाबल झील।
लद्दाख
लद्दाख के अंदर पैंगोंग झील है। जो 12 किलोमीटर लंबी है, यह झील तिब्बत तक फैली हुई है। यह बहुत ही खूबसूरत जगह है, यहां पर कहीं फिल्मों की शूटिंग भी होती है।
जम्मू और कश्मीर
हिमालय की गोद में बसा हुआ जम्मू कश्मीर इलाका, अपनी खूबसूरती के लिए दुनिया भर में एक खास जगह रखता है।
यहां पर देखने के लिए से के बड़े-बड़े पेड़, घने जंगल, बर्फीले पहाड़, शांत एवं सुंदर दृश्य, ठंडी हवा सब कुछ देखने के लिए बहुत ही अच्छा है।
पहाड़ी संस्कृति, पहाड़ी लोगों का जीवन यापन, पहाड़ी लोगों का खान-पान बहुत ही शानदार है।
पहलगाम
अपनी खूबसूरती के लिए प्रसिद्ध पहलगाम दो नदियों के संगम पर स्थित है। यहां पर आपको बर्फीले पहाड़ और नदियों के बहते हुए पानी के किनारे पर स्थित यह सुंदर एवं प्राकृतिक दृश्य आपका मन मोह लेता है।
पहाड़ों से उतरता हुआ पानी का सफेद दृश्य देखने को मिलता है, पानी की कलकल करती आवाज, पक्षी चहलते हुए बहुत ही सुंदर दृश्य इस स्टेशन पर देखने को मिलते हैं।
पंचतरणी
यहां पर पांच नदियों का एक संगम स्थल है, जिसे पंचतरणी कहा जाता है। यह पंचतरणी संगम शेषनाग से 8 मिल की दूरी पर स्थित है।
शेषनाग
यह एक पर्वत है, जिसका आकार शेषनाग की तरह है। शेषनाग को भगवान विष्णु का दास यानी सेवक भी माना जाता है। और इस शेषनाग का कोई अंत नहीं है यानी यह अनंत है।
इस स्थल पर एक खूबसूरत झील भी है, जिसका पानी इतना साफ एवं सुंदर है, कि दर्पण की तरह हमारा चेहरा अंदर दिखता है।
अमरनाथ के प्रसिद्ध व्यंजन
अमरनाथ एक पवित्र स्थल है, इसीलिए यहां पर शुद्ध शाकाहारी भोजन ही मिलता है। जितना अमरनाथ सुंदर है उसी प्रकार यहां के व्यंजन भी बहुत ही स्वादिष्ट एवं लजीज है।
अमरनाथ के अंदर खाने के लिए आपको खीर, हलवा और बहुत सारे मीठे व्यंजन मिल जाएंगे। इसके साथ-साथ दाल, रोटी, चावल भी बहुत ही प्रसिद्ध है।
अमरनाथ में ठहरने की जगह
अमरनाथ में रुकने की बहुत सारी जगह है यहां पर होटल हैं। इसके अलावा आप रेंट पर रूम भी ले सकते हैं, गेस्ट हाउस की भी सुविधा उपलब्ध है।
यहां पर आप ऑनलाइन होटल भी बुकिंग करवा सकते हैं। क्योंकि अमरनाथ की यात्रा करने के लिए आपको पहले से ऑनलाइन परमिट लेना होता है।
अमरनाथ की यात्रा के नियम
अमरनाथ की यात्रा के दौरान बीच रास्ते में खाने के लिए लंगर की व्यवस्था भी है, जो फ्री है। लेकिन आप अपने हिसाब से खाने का सामान साथ में रख सकते हैं।
अमरनाथ की यात्रा के दौरान यहां का मौसम काफी ठंडा रहता है, इसीलिए आपको गर्म ऊनी वस्त्र साथ में रखना जरूरी है। बाकी पैदल यात्रा भी ज्यादा होती है, इसी हिसाब से आपके लिए चप्पल ही बेस्ट है।
अमरनाथ की यात्रा के दौरान वाटरप्रूफ जूते पहनना जरूरी है, क्योंकि वहां की बर्फ और पानी में आसानी से चल सकते हैं।
बिना मेडिकल सर्टिफिकेट के आप अमरनाथ की यात्रा नहीं कर सकते हैं।
अमरनाथ यात्रा के दौरान वहां पर शेष भारत के सिम कार्ड उपयोग में नहीं आते हैं। इसीलिए आपको वहां के स्थानीय लोकल सिम कार्ड ही खरीदने पड़ेंगे।
अमरनाथ की यात्रा करने की व्यवस्था
अमरनाथ की यात्रा के दौरान सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन जम्मू तवी का है। जहां पर जाने के बाद आप आगे की यात्रा हेलीकॉप्टर द्वारा या फिर पैदल या फिर टट्टू की सवारी करते हुए कर सकते हैं।
सड़क मार्ग द्वारा आप अपनी खुद की गाड़ी या किसी और की गाड़ी किराए करके, अमरनाथ की यात्रा कर सकते हैं, जहां पर सड़क की व्यवस्था है।
हवाई मार्ग द्वारा अगर आप अमरनाथ की यात्रा करना चाहते हैं, तो नजदीकी हवाई अड्डा श्रीनगर है और उसके बाद आपको 2 घंटे के सड़क मार्ग द्वारा पहलगाम जाना होगा। और वहां से अमरनाथ की यात्रा शुरू होती है।
अमरनाथ की सैर कैसे करे
श्रीनगर से अमरनाथ की दूरी 145 किलोमीटर है। अमरनाथ की यात्रा के लिए देश और विदेश से लाखों सैलानी प्रतिवर्ष आते हैं।
आप यहां पर जिस किसी गेस्ट हाउस या होटल में ठहरे हुए हैं, उसके माध्यम से भी आप कोई भी गाड़ी बुक करके, अमरनाथ की पर्यटन स्थलों की सैर या घूम सकते हैं।
निष्कर्ष
आज का लेख अमरनाथ में सैर (घूमने) करने के स्थान आपको कैसा लगा। इस लेख से संबंधित कोई सुझाव या शिकायत है, तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं।
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