देहरादून पर्यटकों के घूमने के लिए प्रमुख पसंदीदा जगह है। यह उत्तराखंड राज्य में स्थित है, दून घाटी की पहाड़ियों के अंदर बहुत खूबसूरत स्थान है।
यह एक प्रसिद्ध एवं आकर्षक हिल स्टेशन बहुत ही खूबसूरत है। प्रकृति की पहाड़ीयो के बीच स्थान बहुत ही सुंदर जगह है। यहां पर कृत्रिम झील है। विभिन्न एडवेंचर गतिविधियों की जाती है।
देहरादून के बारे में दिलचस्प जानकारियां
- देहरादून का शाब्दिक अर्थ होता है हिमालय की गोद में स्थित घर
- देहरादून शहर की स्थापना 1699 ईस्वी में की गई थी
- सन 2000 के अंदर जब उत्तराखंड राज्य बना, तो देहरादून को इसकी राजधानी बना लिया गया।
- मीठी लीची का सबसे ज्यादा उत्पादन देहरादून में होता है।
- पौराणिक काल के अंदर देहरादून पर मौर्य साम्राज्य का शासन था। सम्राट अशोक के शासन के समय भी देहरादून, उनके राज्य का अभिन्न अंग था
- सिख गुरु राम राय द्वारा देहरादून की स्थापना की गई थी
देहरादून में सैर (घूमने) करने की प्रसिद्ध जगह
आज के इस लेख के अंदर हम देहरादून के प्रसिद्ध घूमने की जगह। तथा एडवेंचर गतिविधियां करने के स्थान आदि के बारे में विभिन्न जानकारी आपको बताएंगे।
हर की दून
ट्रैकिंग का शौक रखने वाले पर्यटकों को इस घाटी की सैर जरूर करनी चाहिए। यहां पर ट्रैकिंग का समय मार्च महीने से लेकर जून महीने तक एवं सितंबर से लेकर नवंबर के महीने तक होता है।
इस सुंदर घाट की ऊंचाई समुद्र तल से 3500 मीटर पर है। आप इस घाट के अंदर जाकर प्रकृति की सुंदरता तथा इन पहाड़ियों की गोद में रहने वाले पहाड़ी लोगों की जीवन शैली को अच्छी तरीके से जान सकोगे।
आने वाले पर्यटक यहां पर टेंट लगाना पसंद करते हैं। तथा उसके साथ-साथ ट्रैकिंग का आनंद लेते हैं।
घंटा घर
शहर के मुख्य केंद्र में स्थित घंटाघर बहुत ही प्रसिद्ध एवम् आकर्षक जगह हैं। यह शहर का एक ऐतिहासिक स्मारक है, जो बहुत ही ऊंचा है।
इस ऐतिहासिक स्मारक को देखने के लिए पर्यटक अवश्य ही आते हैं।
खलंगा युद्ध स्मारक
देहरादून आने वाले पर्यटकों को खलंगा युद्ध
स्मारक जरूर जाना चाहिए। क्योंकि यहां पर इतिहास से जुड़ी हुई विभिन्न प्रकार की चीज देखने को मिलती है।
इस ऐतिहासिक स्मारक का निर्माण अंग्रेजों के शासनकाल में हुआ था। भारत नेपाल युद्ध के बाद गोरखा के सम्मान में इसका निर्माण करवाया गया।
इस स्मारक पर हमें भारत नेपाल युद्ध की ऐतिहासिक जानकारियां मिलती है।
राजाजी नेशनल पार्क
राजाजी नेशनल पार्क बहुत ही प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है।
इस पार्क के अंदर पर्यटकों को बहुत सारे जानवर देखने को मिलते हैं, जैसे हाथी, बाघ, एशियाई भालू, सांभर नीलगाय, खरगोश, हिरण, सूअर इत्यादि के लिए यह नेशनल पार्क प्रसिद्ध है।
यह पार्क बहुत बड़ा है, 830 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। और इस पार्क को देखने के लिए सफारी गाड़ी की भी व्यवस्था है। एक गाड़ी के अंदर 6 जने बैठ सकते हैं।
जोनल म्यूजियम
विज्ञान के अंदर रुचि रखने वाले तथा मानव जाति के विकास से संबंधित जानकारी के लिए आप जोनल म्यूजियम में अवश्य घूमने जाएं।
गढ़वाल क्षेत्र के रहने वाले लोगों के बारे में, उनके सांस्कृतिक जीवन आदि की झलक इस म्यूजियम में देखने को मिलती है। इसका निर्माण 1971 ईस्वी में किया गया।
पल्टन बाजार
देहरादून के रेलवे स्टेशन से डेढ़ किलोमीटर की दूरी स्थिति पलटन बाजार बहुत ही प्रसिद्ध है।
इस बाजार के अंदर आपके यहां के लोकल वस्त्र तथा हाथ से बनी हुई सुंदर कलाकृतियां, लकड़ी की बनी हुई आइटम आदि बहुत कुछ खरीदने को मिलता है।
इस बाजार के अंदर आपको फैशनेबल आइटम, हर प्रकार के ब्रांड की चीज मिल जाती है।
मालदेवता वॉटरफॉल
यह एक शांत वातावरण में स्थित वॉटरफॉल बहुत ही सुकून प्रदान करता है।
इस स्थान पर नदी की धारा बहुत ही तेज होती है। तथा हरा भरा इलाका, पहाड़ी इलाका तथा प्रकृति का सुंदर नजारा देखने से ही दिल और दिमाग को बहुत ही शांति एवं सुकून का एहसास होता है।
मालसी डियर पार्क
यह एक बहुत ही सुंदर चिड़ियाघर है। यहां पर आपको विभिन्न प्रकार के पक्षि एवम जंतु देखने को मिलते हैं, जैसे हिरण, खरगोश, तोता, मोर, शुतुरमुर्ग, घड़ियाल, कछुआ, अजगर और एक तेंदुआ आदि मौजूद है।
मालसी डियर पार्क को मिनी जू के नाम से भी पुकारा जाता है। इस छोटे से पार्क के अंदर एक एक्वेरियम भी है।
जहां पर विभिन्न प्रकार के रंग की मछलियां भी है। यहां पर आप परिवार के साथ देखने के लिए अवश्य आना चाहिए।
कलसी
यह एक खूबसूरत छोटा सा गांव है। जो देहरादून शहर से 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थिति है। यह गांव यमुना नदी के किनारे पर बसा हुआ है।
यहां की प्राकृतिक सुंदरता एवं खूबसूरत वादियां आपका मन मोह लेती है। तीसरी शताब्दी का बना हुआ अशोक का शिलालेख भी यहां पर मौजूद हैं।
फन वैली देहरादून
यह एक वाटरपार्क है, इस स्थान पर आप अपनी फैमिली एवम् बच्चो के साथ आ सकते हैं।
वाटर पार्क के रोमांचकारी गेम खेलने का आनंद उठा सकते हैं।
इस वाटर पार्क के अंदर पार्टी हॉल भी है। यहां पर एक रेस्टोरेंट भी है, जहां पर आप खाने का लुफ्त उठा सकते हैं।
सहस्त्रधारा
यह देहरादून का बहुत ही प्रसिद्ध एवम् सुंदर स्थान है। इस स्थान पर पानी का प्राकृतिक रूप से जल प्रताप है।
यहां पर रोप - वे की भी सुविधा उपलब्ध है। जिसके माध्यम से आप प्राकृतिक सुंदरता एवं वादियों का मनोरम दृश्य देख सकते हैं।
यहां पर भगवान शिव जी का बहुत ही पूराना मंदिर है, तथा एक पार्क भी है। यह स्थान एक अच्छा पिकनीक स्पॉट भी है।
आसन बैराज
यह एक कृत्रिम झील है जो बहुत ही प्रसिद्ध है। इस स्थान का शांतिपूर्वक वातावरण एवं विभिन्न प्रकार की सलबुलाहट आने वाले पर्यटकों का मन मोहन लेती है।
रॉबर्स केव
यह एक गुफा है का शाब्दिक अर्थ है डाकू की गुफा। यह गुफा काफी लंबी है 600 मीटर के आसपास इस गुफा के अंदर एक झरना भी पानी का आता है।
अंग्रेजों के शासनकाल के अंदर एक डाकू रहता था, जो अंग्रेजों का सामान लूटकर इस गुफा में छुपा लेता था।
इस गुफा के झरने के अंदर लोग स्नान करने आते हैं। तथा इस गुफा के अंदर छोटे-छोटे रेस्टोरेंट भी हैं। जहां पर आप नाश्ते का आनंद ले सकते हैं।
वन अनुसंधान संस्थान देहरादून
यह एक विशाल भवन है, 4.5 किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ। वन अनुसंधान केंद्र के अंदर बॉलीवुड की कई फिल्मों की शूटिंग भी की गई है।
देहरादून के प्रसिद्ध व्यंजन
देहरादून के अंदर आपको उत्तरी भारत के प्रसिद्ध व्यंजन तथा पहाड़ी व्यंजन, चीनी एवम् तिब्बती व्यंजनों की भरमार मिल जाएगी।
बन टिक्की
आलू और चना दाल से बनी हुई यह बन टिक्की खाने में बहुत ही स्वादिष्ट होती है। इस बंद टिक्की के अंदर मसाले बड़े होतेहैं तथा इस बन टिक्की के अंदर मसाले भरे होते हैं, इसको इमली की चटनी के साथ परोसा जाता है।
ब्रेड पकोड़ा
ब्रेड पकोड़ा पूरे भारत वर्ष में बहुत ही प्रसिद्ध है।
यह एक शाकाहारी सैंडविच है। इसको गरमा गर्म बनाकर, ग्राम चटनी के साथ परोसा जाता है।
मोमोज
मोमोज शाकाहारी एवं मांसाहारी दोनों प्रकार का होता है। आने वाले पर्यटकों को मोमोज काफी पसंद आता है।
छोले पूरी
डोसा
चाऊमीन
नूडल्स
पनीर समोसा
तंदूरी मोमोज आदि देहरादून के प्रसिद्ध व्यंजन है।