आज के इस लेख के अंदर हम आपको राजस्थान के प्रसिद्ध खाटू श्याम मंदिर के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे।
खाटू श्याम मंदिर राजस्थान राज्य के सीकर जिले के अंदर खाटू गांव में स्थित है। इस मंदिर को भगवान श्री कृष्ण का अवतार माना जाता है।
साल में एक बार होली के दिन यहां पर विशाल मेले का आयोजन किया जाता है। जहां पर लाखों की संख्या में देश एवं विदेश से श्रद्धालु लोग खाटू श्याम जी के दर्शन करने के लिए आते हैं।
खाटू श्याम मंदिर के बारे में जानकारी
खाटू श्याम बाबा के बारे में यह बताया जाता है, कि खाटू श्याम बाबा भीम के पोते और घटोत्कच के पुत्र बर्बरीक के रूप का अवतार माना जाता है।
बर्बरीक बचपन से ही बहुत वीर और बहादुर योद्धा था।
खाटू श्याम मंदिर का इतिहास
प्राचीन काल में यहां के राजा रूप सिंह जी चौहान और उनकी पत्नी नर्मदा को एक बार सपना दिखाई दिया।
उन सपना के अंदर उनको पृथ्वी से बाहर निकलती हुई मूर्ति दिखाई देती है। जिस जगह का यह सपना आया उसी जगह पर खुदाई के अंदर वहां एक मूर्ति प्राप्त होती है।
सन 1027 ई के अंदर यहां पर मंदिर का निर्माण करवाया गया तथा इस मूर्ति को इसी मंदिर के अंदर स्थापित कर दिया गया।
फिर सन 1720 ई के अंदर मारवाड़ के शासक अभय सिंह जी ने इस मंदिर का दोबारा जीर्णोद्वार करवाया गया।
खाटू श्याम मंदिर की वास्तुकला
खाटू श्याम मंदिर को बनाने के लिए चुना एवं संगमरमर के पथरों तथा टाईल्स का उपयोग में लिया गया है।
इसके गर्भ ग्रह में खाटू श्याम जी की मूर्ति स्थापित है। इस मंदिर की दीवारों के चारों ओर अनेक प्रकार के विभिन्न पौराणिक दृश्य को उतरित किया गया है।
इस मंदिर के पास एक सुंदर तालाब भी है जिसे श्याम कुंड कहा जाता है।
खाटू श्याम मंदिर का समय
खाटू श्याम जी का मंदिर सुबह 4:00 बजे से खुलता है और दोपहर 12:30 बजे तक खुला रहता है। फिर दोपहर 12:30 से लेकर 5:00 तक यह मंदिर बंद रहेगा।
दोबारा इस मंदिर के खुलने का समय शाम को 5:00 बजे से लेकर रात्रि 10:00 बजे तक है।
खाटू श्याम मंदिर के आसपास घूमने वाले प्रसिद्ध स्थान ( Famous tourist places near Khatu Shyam Temple in Hindi)
देवगढ़
देवगढ़ सीकर शहर से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह स्थान अपने किलो के लिए प्रसिद्ध है।
यहां पर एक बहुत ही शानदार किला बना हुआ है जिसका निर्माण 1787 ईस्वी में करवाया गया था।
देवगढ़ के अंदर आपको दशावतार मंदिर और महा स्तंभ मंदिर भी है, जहां पर आप अवश्य दर्शन करने जाए।
हर्षनाथ मंदिर
भगवान शिव जी का यह मंदिर ऊंची पहाड़ी पर स्थित है। इस पहाड़ी पर चढ़ना थोड़ा मुश्किल होता है। यह मुख्य शहर से 14 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मंदिर है।
लक्ष्मणगढ़ किला
शेखावाटी क्षेत्र का यह किला शानदार किला है। इस किले का निर्माण चट्टान पहाड़ी के ऊपर किया गया है। यह किला आम लोगों के लिए खुला रहता है।
यहां पर हनुमान मंदिर भी हैं। लेकिन यह किला एक निजी संपत्ति भी है।
जीण माता मंदिर
सीकर के पास ही रेवासा गांव के अंदर जीण माता का प्रसिद्ध मंदिर स्थित है। यह मंदिर पहाड़ के ऊपर बना हुआ है।
यहां का प्राकृतिक शानदार सुंदरता देखने लायक है।
सरदूल सिंह का स्मारक
अगर आप प्राचीन कलाकारी को देखना चाहते हैं, तो इस स्मारक पर आपको अवश्य आना चाहिए। यह सांस्कृतिक समृद्धि के लिए बहुत ही प्रसिद्ध स्थान है।
यहां पर आपको विभिन्न आश्चर्यजनक वास्तु कला और दीवारों पर विशेष अलंकृत पैटर्न देखने को मिलेंगे।
खाटू श्याम मंदिर की यात्रा कैसे करें (Visit to Khatu Shyam Temple)
हवाई मार्ग द्वारा अगर आप खाटू श्याम आना चाहते हैं, तो इसका नजदीकी हवाई अड्डा जयपुर है। जो खाटू श्याम जी से 93 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
रेलवे मार्ग द्वारा अगर आप खाटू श्याम आना चाहते हैं, तो आपको खाटू श्याम से 23 किलोमीटर की दूरी पर बावड़ी ठीकरिया नमक रेलवे स्टेशन है।
उस स्थान से आपको खाटू श्याम के लिए सार्वजनिक या निजी वाहन मिल जाते हैं।
सड़क मार्ग द्वारा - खाटू श्याम जी तक सड़क मार्ग की व्यवस्था उपलब्ध है।
आप राजस्थान राज्य से या देश के किसी भी शहर से खाटू श्याम यात्रा के लिए सार्वजनिक बस या निजी बसों तथा अपना खुद का वाहन लेकर भी आ सकते हैं।
खाटू श्याम में ठहरने एवम् खाने की व्यवस्था
खाटू श्याम मंदिर के आसपास कहीं सारी होटल बनी हुई है। जहां पर आप अपने हिसाब से ठहर सकते हैं।
यहां पर कई सारे रेस्टोरेंट भी है, जहां पर आपको खाने के विभिन्न राजस्थानी व्यंजन मिल जाते हैं। तथा देश के अनेक हिस्सों में प्रसिद्ध व्यंजन भी यहां आपको मिल जाएंगे।
स्ट्रीट फूड कि यहां पर भी भरमार है।
निष्कर्ष (conclusion)
हमें आशा है कि जो हमने खाटू श्याम मंदिर के बारे में आपको जानकारी बताइए हैं, वह आपके लिए उपयोगी साबित होगी।
अगर आपको भी ज्यादा कुछ जानकारी हो, तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं।