Amritsar main ghumane ke sthan: अमृतसर पंजाब राज्य का प्रसिद्ध शहर है तथा एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल भी है। यहां पर दुनिया का एकमात्र स्वर्ण मंदिर स्थित है।
इसके अलावा यहां बहुत सारे विभिन्न पर्यटन स्थल है। सिख धर्म के अनुयाई गुरु नानक की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर इस शहर के अंदर हैं।
सिख धर्म को मानने वाले लोगों के लिए अमृतसर के अंदर एक पवित्र स्थान स्वर्ण मंदिर है। यहां पर प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग दर्शन करने के लिए आते हैं।
आज के इस लेख के अंदर हम आपको अमृतसर के अंदर विभिन्न पर्यटन स्थलों के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे।
अमृतसर के अंदर रहने की व्यवस्था, यहां का खान-पान और पंजाबी कल्चर के बारे में आपको विस्तार से बताएंगे।
अमृतसर के दिलचस्प तथ्य
- अमृतसर के अंदर बैसाखी का त्यौहार मनाया जाता है, सुबह बहुत ही प्रसिद्ध है।
- भारत का वाघा बॉर्डर, अमृतसर के पास स्थित है। यहां पर प्रतिदिन रिट्रीट सेरेमनी का आयोजन भी होता है।
- अमृतसर का बाजार बहुत प्रसिद्ध है। यहां पर आपको पंजाबी सूट, जूती और सिख धर्म के महत्वपूर्ण वस्तुएं खरीदने का मौका मिलता है।
- जलियांवाला बाग अमृतसर में ही स्थित है।
- देश का सबसे बड़ा लंगर अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में आयोजित किया जाता है।
अमृतसर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल | Famous Tourist Places of Amritsar in Hindi
स्वर्ण मंदिर
अमृतसर का नाम लेते ही सबसे पहला स्वर्ण मंदिर का ही नाम आएगा। यह मंदिर हर मंदिर साहिब के नाम से भी पुकारा जाता है।
इस मंदिर की नींव 1581 ई के अंदर रखी गई थी और यह 1604 ईस्वी में कंप्लीट बनकर तैयार हो गया था।
इस मंदिर पर बाहरी आक्रांताओं ने आक्रमण भी किया, इसका पुनर्निर्माण महाराजा रणजीत सिंह ने करवाया था।
महाराजा रणजीत सिंह ने ही इस मंदिर को सोने की परत से मढ़वा दिया था।
स्वर्ण मंदिर के चारों ओर एक गहरी झील है। स्वर्ण मंदिर के अंदर सबसे बड़ी लंगर का आयोजन किया जाता है। यह भारत की सबसे बड़ी लंगर है।
और यहां पर एक दिन में लगभग 40000 से भी ज्यादा लोगों को भोजन खिलाया जाता है।
वाघा बॉर्डर
अमृतसर से 28 किलोमीटर की दूरी पर भारत और पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय सीमा स्थित है। वहां पर एक बोर्डर हैं, जिसका नाम वाघा बॉर्डर है।
वाघा बॉर्डर पर प्रतिदिन रिट्रीट सेरेमनी का आयोजन किया जाता है। जिसमें बहुत सारे सैलानी आते हैं और उनमें उत्साह भी होता है।
इस सेरेमनी में आपको इंट्री के लिए मोबाइल और कैमरा ले जाने की अनुमति होगी। बाकी आपके पास जितना समान है, उसे सभी को बाहर ही अपने होटल में रखकर आना होगा।
इस वागा बॉर्डर पर प्रतिदिन शाम के समय, सूर्यास्त के समय एक परेड का आयोजन होता है। तथा देशभक्ति गीतों पर लोग झूमते हैं। यहां पर एक अलग ही अनुभव और रोमांस देखने को मिलता है।
दुर्गयाना टेंपल
यह मंदिर माता दुर्गा का मंदिर है जो अमृतसर शहर के अंदर ही स्थित है।
पुरानी कथाओं के अनुसार यह मंदिर उसी स्थान पर बनाया हुआ है, जहां पर लव कुश ने श्री राम के अश्वमेघ यज्ञ में छोड़े गए घोड़े को पकड़ा था।
यह मंदिर बहुत ही सुंदर है और इस पर महीन नकाशी की गई है।
रामतीर्थ मंदिर
राम मंदिर बहुत ही सुंदर बनाया हुआ है इसकी खूबसूरती शानदार है यहां पर आपको सुसज्जित झोपड़ियां वगैरा आपको त्रेता युग की याद दिलाता है।
यह मंदिर में वाल्मिकी जी को समर्पित है। ऐसा माना जाता है, कि वाल्मीकि जी इसी ही स्थान पर तपस्या करी थी और लव कुश का जन्म भी इसी भूमि पर हुआ था।
इसी ही भूमि पर लव कुश को वाल्मीकि जी ने ही शिक्षा दी थी।
अमृतसर से यह मंदिर 11 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। बहुत ही शांत और शुद्ध वातावरण में एक अलग ही अनुभव देता है, इसीलिए इस स्थान की यात्रा अवश्य करनी चाहिए।
गोविंदगढ़ किला
गोविंदगढ़ कीला ऐतिहासिक धरोहर हैं। यहां पर आपको राजा महाराजाओं के पहनावे, अस्त्र-शस्त्र, वस्त्र, खानपान, रहन-सहन आदि के बारे में देख सकते हैं।
यहां पर तोप भी रखी गई है, जो उनके द्वारा युद्ध में उपयोग ली गई थी। राजा गुज्जर सिंह ने इस किले का निर्माण 1760 ईस्वी में करवाया था।
इस किले के आसपास शानदार एक पार्क भी है। जहां पर बहुत ही शांति एवं सुखद का अनुभव होता है।
जलियांवाला बाग
अमृतसर रेलवे स्टेशन से 4 किलोमीटर की दूरी पर जलियांवाला बाग स्थित है।
अंग्रेजी शासनकाल में वैसाखी पूर्णिमा के दिन ही, जनरल डायर ने इसी बाग के अंदर बैठे हजारों लोगों पर गोलियां चलाने का आदेश दिया था।
इस बाग के चारों ओर बड़ी दीवार है, जिस वजह से लोग बाहर नहीं निकाल पाए। प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने 1961 ईस्वी में इसका उद्घाटन करके इसे एक संग्रहालय पार्क, ऐतिहासिक पार्क बनाया।
यहां पर आप अवश्य देखने के लिए जाए।
पार्टीशन म्यूजियम
यह एक बड़ा म्यूजियम है। इसके अंदर भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों ने किस प्रकार दुख और दर्द झेला उसके बारे में विस्तृत रूप से यहां पर वीडियो के माध्यम से बताया गया है।
देश को आजादी दिलाने के लिए स्वतंत्रता सेनानियों ने बहुत कुछ खोया है, उसके बारे में विस्तृत रूप से इस म्यूजियम में वर्णन किया गया है, एवं वीडियो ग्राफी के माध्यम से बतलाया गया है।
ब्रिटिश काल के अंदर जो समाचार पत्र थे एवं उनके जो भी लेख थे। वह यहां पर संग्रहीत करके रखे गए हैं म्यूजियम के अंदर।
अमृतसर आने वाले पर्यटकों को इस म्यूजियम के अंदर अवश्य आना चाहिए। हमें आजादी के बारे में जानकारी मिल सके।
साड्डा पिंड
अगर आप पंजाबी लोगों के बारे में खानपान, रहन-सह,न उनकी आम जिंदगी से रूबरू होना चाहते हैं।
तो अमृतसर के पास एक साड्ढा पिंड नामक गांव है, वहां की यात्रा अवश्य करनी चाहिए। इस गांव को पंजाबी गांव भी कहा जाता है।
यह गांव अमृतसर से 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस गांव के अंदर आपको पूर्ण रूप से पंजाबी संस्कृति, उनके रहन-सहन, खान पान और इस तरीके के ही मकान बने हुए मिलेंगे, आपको पंजाबी संस्कृति से रूबरू करवाता है।
इस गांव के अंदर आप घोड़े और ऊंट की सवारी का आनंद ले सकते हैं। तथा यहां पर एक लोकल मार्केट भी लगती है, जहां पर आपको पंजाबी परंपरागत चीज मिलेगी।
थंडर जोन मनोरंजन और वाटर पार्क
अगर आप गर्मी के मौसम में अमृतसर की यात्रा करते हैं। तो आपको ठंडक दिलाने के लिए यहां पर वाटर पार्क मौजूद है।
इस पार्क के अंदर आप रोलर कॉस्टर, स्विमिंग चैयर, मोनो रेल तथा म्यूजिकल बॉब जैसी विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का मजा ले सकते हैं।
खालसा कॉलेज
भारत का ऐतिहासिक शिक्षा का संस्थान है। तथा बहुत ही बड़ा कॉलेज है, यह 300 एकड़ में फैला हुआ शानदार कॉलेज है, जो 124 साल पुराना है।
शिक्षा के क्षेत्र के अंदर इसका सर्वोच्च स्थान है।
अकाल तख्त
सिख धर्म के पांच तख्तों में से यह भी एक तख्त है। सिख धर्म का यह न्याय स्थल भी है।
अकाल तख्त के अंदर सिख धर्म से संबंधित कही ग्रंथ और लिपियां रखी गई है। इस स्थान पर शाम को 5:00 से लेकर रात 10:00 बजे तक ही खुला रहता है।
हरिके वेटलैंड और पक्षी अभयारण्य
उत्तर भारत का सबसे बड़ा पक्षी अभ्यारण है। इस अभ्यारण के अंदर विभिन्न प्रकार के पक्षी मिलते हैं।
उसके साथ-साथ यहां पर विशेष सात प्रकार के कछुए भी पाए जाते हैं। यह अभ्यारण शानदार है। इसको देखने के लिए पर्यटक बहुत आते हैं।
फनलैंड कंपनी बाग़
फनलैंड कंपनी बाग यह एक पिकनिक स्थल है। यहां पर आप अपने परिवार के साथ पिकनिक मनाने भी आ सकते हैं।
इस बाग के अंदर कई प्रकार के जीव जंतु है। तथा बच्चों के खेलने के लिए झूले भी हैं। यहां पर वोटिंग की सुविधा के साथ-साथ कहीं विभिन्न एडवेंचर गतिविधियां भी कराई जाती है।
यह एक बहुत ही शानदार स्थल है। आप अपनी छुट्टी के दिन परिवार के साथ एंजॉय करने आ सकते हैं।
अमृतसर के प्रसिद्ध व्यंजन | Visit Amritsar Food
अमृतसर एक शानदार सिख धर्मस्थली है। यहां पर आपको विभिन्न प्रकार के पंजाबी और हरियाणवी खानपान की भरमार मिल जाएगी, जो खाने में लजीज और स्वादिष्ट होते हैं।
अमृतसर की लस्सी पूरे भारत में प्रसिद्ध है, आप यहां पर आए तो लस्सी का आनंद जरूर लें।
अमृतसर के अंदर आपको शाकाहारी एवं मांसाहारी दोनों प्रकार के विभिन्न व्यंजन मिल जाएंगे। सभी व्यंजनों के अंदर पंजाबी तड़का जरूर मिलेगा।
अमृतसर की सैर करने का टाइम
अमृतसर की यात्रा करने के लिए नवंबर महीने से लेकर मार्च का महीना शानदार रहता है। इस टाइम पर यहां पर ना तो गर्मी होती है, और ना इतनी सर्दी।
इस सम मौसम के अंदर आप शानदार तरीके से पर्यटन स्थलों को घूम सकते हैं।
अगर आप अमृतसर आना चाहते हैं, तो आपके लिए सड़क मार्ग, हवाई मार्ग और रेल मार्ग तीनों ही सुविधा उपलब्ध है।
अमृतसर के अंदर ही रेलवे स्टेशन है और इसका दूसरा नजदीकी बड़ा रेलवे स्टेशन चंडीगढ़ है। तो आप देश के किसी भी शहर से डायरेक्ट चंडीगढ़ जाकर अमृतसर भी आ सकते हैं।
हवाई मार्ग अमृतसर से 11 किलोमीटर की दूरी पर हवाई अड्डा स्थित है। जो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा भी है। आप भारत के किसी भी कोने से डायरेक्ट अमृतसर आ सकते हैं।
सड़क मार्ग द्वारा भी आप अमृतसर आ सकते हैं। विभिन्न सार्वजनिक वाहन के माध्यम से, निजी वाहन
भी है या खुद का वाहन लेकर भी आप आ सकते हैं।
अमृतसर में ठहरने की व्यवस्था
अमृतसर एक बड़ा धर्म स्थल है। इसलिए यहां पर भी होटेले है, जहां पर आप रह सकते हैं। तथा ऑनलाइन बुकिंग भी सुविधा उपलब्ध है।
गोल्डन टेंपल के पास एक धर्मशाला भी है, जहां पर आप फ्री में रह भी सकते हैं।
निष्कर्ष
आज के इस लेख के अंदर हमने अमृतसर में घूमने के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों के बारे में बताया है। यह जानकारी आपको कैसी लगी है, कमेंट करके जरूर बताएं।
अगर आपके पास कोई सुझाव है, तो हमें जरूर कमेंट करके बताएं।