Dharamshala Me Ghumne ke sthan : धर्मशाला एक मुख्य पर्यटन स्थल है, जो हिमाचल प्रदेश राज्य के कांगड़ा जिले में स्थित है। धर्मशाला एक बहुत ही प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है।
यह खूबसूरत वादियों के अंदर बहुत ऊपर स्थित प्रसिद्ध पर्यटन स्थल हैं। जिसकी वजह से यहां पर प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में देसी एवं विदेशी पर्यटक घूमने के लिए आते हैं।
आज की इस लेख के अंदर हम आपको धर्मशाला के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल एवं यहां के लोकल व्यंजन आदि के बारे में विस्तार से बताते हैं।
धर्मशाला में घूमने के स्थान और सैर करने का समय | Places to Visit in Dharamsala |
धर्मशाला के प्रसिद्ध घूमने के स्थान | Dharamshala Me Ghumne ke sthan
धर्मशाला के बारे में दिलचस्प तथ्य | Best Travel Tour in Dharamsala
- धर्मशाला, हिमाचल प्रदेश का सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है।
- धर्मशाला में चाय के बागान और देवदार के घने वृक्ष मुख्य आकर्षण का केंद्र है।
- धर्मशाला धार्मिक पर्यटन स्थल है यहां पर कई सारे मंदिर मठ है तथा हिल स्टेशन भी है।
धर्मशाला के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल
Dharamshala Tourist Places in Hindi
डल झील धर्मशाला
यह एक दार्शनिक एवं शांत पर्यटन स्थल है। यहां पर आने वाले पर्यटकों को बहुत ही शांति और सुकून का एहसास होता है।
खूबसूरत हरे भरे वातावरण में इस झील का मनमोहक नजारा पर्यटकों को आकर्षित करता है। इस झील के पास ही ऋषि दुर्वासा जी का मंदिर बना हुआ है।
इस झील के अंदर आपको वोट की सवारी लेने की भी सुविधा उपलब्ध है। जिससे आप झील का घूमने का आनंद ले सकते हैं।
त्रिउंड हिल धर्मशाला
यह पर्यटन स्थल धर्मशाला से 14 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह एक शानदार पिकनिक स्पॉट है।
यहां पर लोग अपने परिवार के साथ और मित्रों के साथ पिकनिक मनाने के लिए बहुत तादाद में आते हैं।
इस पिकनिक स्थल पर ट्रैकिंग एवं पंपिंग की सुविधा उपलब्ध है। त्रिउंड हिल स्टेशन ट्रैकिंग के लिए बहुत ही प्रसिद्ध स्थान है।
ज्वालामुखी देवी मंदिर धर्मशाला
ज्वालामुखी देवी का मंदिर बहुत ही पुराना और प्रसिद्ध मंदिर है।
ऐसी मान्यता है कि महाभारत काल के समय पांडव भी यहां पर ज्वालामुखी माता जी के दर्शन करने आए थे, इसी मंदिर में।
इसीलिए इस मंदिर का महत्व बहुत ही बड़ा है। जिसकी वजह से हजारों की तादाद में लोग यहां पर दर्शन करने आते हैं।
कांगड़ा आर्ट संग्रहालय धर्मशाला
धर्मशाला के बस स्टैंड के पास ही कांगड़ा आर्ट म्यूजियम स्थित है।
शानदार आकृतियों के द्वारा इस म्यूजियम को बहुत ही खूबसूरत तरीके से सजाया हुआ है, जो देखने में बहुत ही आकर्षक लगता है।
इस म्यूजियम के अंदर आपको हजारों साल पुराने सिक्के, गहने, मिट्टी के बर्तन आदि के बारे में जानकारी मिलती है।
इस म्यूजिक में आकर हम हमारे देश के परंपरागत संस्कृति देखने को मिलती है।
धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम
धर्मशाला के अंदर एक इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम भी है। यह छोटा सा स्टेडियम हिमालय की गोद में ऊंचे मैदान क्षेत्र में बसाया हुआ क्रिकेट स्टेडियम है।
समुद्र तल से 1457 मीटर की ऊंचाई पर यह खूबसूरत स्टेडियम स्थित है, जो विश्व भर में बहुत ही प्रसिद्ध है।
प्रकृति की खूबसूरती में बसा हुआ यह क्रिकेट स्टेडियम बहुत ही सुंदर है, तथा यहां पर ठंडी ठंडी हवा चलती है।
युद्ध स्मारक धर्मशाला
देवदार के घने जंगलों के बीच स्थित यह युद्ध स्मारक बहुत ही प्रसिद्ध है। यहां पर पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है।
इस युद्ध स्मारक के पास ही एक पीजी कॉलेज है, जिसका निर्माण अंग्रेजों के शासनकाल में किया हुआ है। इस बार मेमोरियल में पहुंचकर हमारे देश के वीर योद्धाओं को याद किया जाता है।
भाग्सू फॉल्स
भाग्सू फॉल्स पहाड़ों की वादियों के अंदर खूबसूरत हरे भरे जंगल में बसा हुआ शानदार पर्यटन स्थल है। इस स्थान का बहुत ही शांत और खूबसूरत वातावरण है। यहां पर पर्यटकों की भीड़ रहती है।
कांगड़ा किला
कांगड़ा किला बहुत ही बड़ा किला है, जो चार किलोमीटर के एरिया क्षेत्र में फैला हुआ है।
यह किला कांगड़ा से 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और धर्मशाला से 25 किलोमीटर की दूरी पर है।
कांगड़ा के मुख्य शाही परिवार द्वारा ही इसी किले का निर्माण करवाया गया था। खूबसूरत हरे भरे वातावरण में स्थित यह किला बहुत ही शानदार और अद्भुत हैं।
नामग्याल मठ
पहले के समय में यह किला तिब्बत में स्थित था। लेकिन वहां पर कुछ परिस्थितियों की वजह से इसको हिमाचल के धर्मशाला में लाया गया है।
इस मठ की स्थापना 16वीं शताब्दी में दलाई लामा के द्वारा की गई है। नामग्याल मठ की प्रसिद्ध पूरे देश में है और यहां पर प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में पर्यटक आते हैं।
दलाई लामा मंदिर
दलाई लामा मंदिर एक बहुत ही प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल है। इसका निर्माण तिब्बती संस्कृति के आधार पर किया हुआ है।
यह मंदिर बौद्ध धर्म से संबंधित है और यहां पर बौद्ध धर्म के अनुयाई प्रार्थना करने के लिए पहुंचते हैं।
धर्मशाला घूमने के लिए उपयुक्त समय | Best time to visit Dharamshala
धर्मशाला बहुत यार भारत और खूबसूरत पर्यटन स्थल है। इस पहाड़ी इलाके में अगर आपको पर्यटन के तौर पर आते हैं, तो आपको फरवरी महीने से लेकर मई महीने तक आना चाहिए।
यह समय बहुत ही उपयुक्त होता है, यहां पर घूमने के लिए। इन महीना के अंदर यहां पर तापमान सम तापमान रहता है, 25 डिग्री के आसपास।
इसके बाद फिर यहां पर बारिश का मौसम चालू हो जाता है। यहां पर बहुत ही अधिक बारिश होती हैं। इसीलिए आप सही तरीके से घूमने का आनंद नहीं ले पाते हैं।
सर्दियों के मौसम में यहां पर तापमान माइनस डिग्री में चला जाता है। इसीलिए आप यहां पर घूमने में कठिनाई अनुभव करेंगे।
धर्मशाला के प्रसिद्ध व्यंजन | Famous dishes of Dharamshala
धर्मशाला भारत का एक प्रसिद्ध और प्रमुख पर्यटन स्थल है। यहां पर देश के विभिन्न स्थानों से लोग आते हैं।
इसीलिए धर्मशाला के अंदर आपको देश की प्रसिद्ध सभी तरह के व्यंजन खाने को मिल जाएंगे।
यहां पर आप आकर स्थानीय प्रसिद्ध व्यंजनों का भी आनंद ले सकते हैं। जैसे मोमोज, थुकपा, आमलेट, सैंडविच काफी प्रसिद्ध है। यहां पर समोसा और नूडल्स भी बहुत प्रसिद्ध व्यंजन है।
धर्मशाला की यात्रा कैसे करें | How to travel to Dharamshala
हवाई मार्गः धर्मशाला आने के लिए हवाई यात्रा की सुविधा उपलब्ध है। धर्मशाला से 13 किलोमीटर की दूरी पर हवाई अड्डा स्थित है।
जहां पर देश के प्रसिद्ध शहरों से हवाई जहाज आते रहते हैं।
रेल मार्ग: धर्मशाला से 22 किलोमीटर की दूरी पर कांगड़ा रेलवे स्टेशन है। कांगड़ा रेलवे स्टेशन पर देश के सभी बड़े शहरों से डायरेक्ट ट्रेन की सुविधा उपलब्ध है।
वहां से आप फिर टैक्सी के माध्यम से धर्मशाला पहुंच सकते हैं।
सड़क मार्गः धर्मशाला आने के लिए सड़क मार्ग की भी सुविधा उपलब्ध है। देश के सभी बड़े शहरों से धर्मशाला आने के लिए सार्वजनिक वाहन की सुविधा उपलब्ध है।
निजी वाहन भी बहुत आते हैं। तथा आप अपने खुद का वाहन लेकर भी धर्मशाला पहुंच सकते हैं।
धर्मशाला के अंदर ठहरने की व्यवस्था | Accommodation inside Dharamshala
धर्मशाला बहुत ही प्रसिद्ध और खूबसूरत पर्यटन स्थल है। यहां पर देश एवं विदेश से लाखों की तादाद में पर्यटक आते हैं।
यहां पर विभिन्न प्रकार की होटल एवं रेस्टोरेंट की बहुत अच्छी सुविधा उपलब्ध है। धर्मशाला के अंदर विभिन्न सामाजिक धर्मशालाएं भी बनी हुई है।
जहां पर भी आप ठहर सकते हैं। तथा बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए यहां बहुत ही धर्मशालाएं और मठ बने हुए हैं, जहां पर आप ठहर सकते हैं। आप अपने बजट के अनुसार होटल में भी रह सकते हैं।
धर्मशाला अगर आप आते हैं तो कम से कम आपको चार या पांच दिन का टूर करना चाहिए। इस टूर के अंतर्गत आपको नॉर्मल ही ₹8000 का खर्च आ जाता है।